शब्दों का शिखर
साझा कविता संकलन
“शब्दों का शिखर” नीलम प्रकाशन, मुंबई द्वारा प्रकाशित साझा संकलन है जिसमें आप ५९ नवोदित लेखक की रचनाओं को पढ़ पायेंगे और उनके बारे में जान पायेंगे। ये ५९ कवि आपको अपने-अपने शब्दों के माध्यम से अपनी दुनिया में ले जाने का प्रयास करते है और आपसे उम्मीद करते है की आप भी उनकी तरह उनके शब्दों की दुनिया द्वारा रचित संसार में गोते लगाए।
नीलम प्रकाशन की तरफ से प्रकाशित “शब्दों का शिखर” साझा संकलन में मुझे अपनी कविता भेजने का सौभाग्य प्राप्त हुआ जिसमें मेरी दो कवितायें प्रकाशित हुई है:
१) कुछ नहीं बदला और
२) शहर बसाने के लोभ में।
यह दोनों कविता मेरे दिल की करीब है जिसमे आप मेरी बिहार और प्रकृति के प्रति संवेदना को महसूस कर पायेंगे।
प्रकाशित रचनाएँ
प्रकाशन समूह
सभी प्रकाशन समूहों का बहुत बहुत आभार और धन्यवाद ! उन्होंने मुझ जैसे नवोदित लेखक को अपने साहित्यिक कृतियों में जगह दी।
*प्रदर्शित सभी लोगो (logos) केवल उदाहरणात्मक उद्देश्यों के लिए हैं और सभी का स्वामित्व उनके संबंधित ब्रांड/कंपनी/साहित्यिक संगठनों के पास है।