रूह तक
साझा कविता संकलन
“रूह तक” इंक़लाब पब्लिकेशन, मुंबई द्वारा प्रकाशित साझा काव्य संकलन है जिसमें आप ५० स्थापितऔर नवोदित लेखकों की रचनाओं को पढ़ पायेंगे और उनके बारे में जान पायेंगे। ये ५० कवि आपको अपने-अपने शब्दों के माध्यम से अपनी दुनिया में ले जाने का खूबसूरत प्रयास करते है और आपसे उम्मीद करते है की आप भी उनकी तरह उनके शब्दों की दुनिया द्वारा रचित संसार में उनके शब्दों को पिरोये माला को समझने का प्रयास करेंगे।
इंक़लाब पब्लिकेशन की तरफ से प्रकाशित “रूह तक” साझा संकलन में मुझे अपनी कविता भेजने का सौभाग्य प्राप्त हुआ जिसमें मेरी दो कवितायें प्रकाशित हुई है:
१) तृष्णा और
२) तस्वीर।
यह दोनों कविता मुझे प्रेरणा देती है कि मैं अपने आपको कैसे इस प्राकृतिक दुनिया में रहते हुए, अपनों के बीच रहते हुए, अपने दैनिक जीवन के मूल्यों को आगे बढाते हुए, अपनी तृष्णा को आगे बढ़ाना है।